उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि इतनी मोटी रकम किस बात के लिए राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली थी, जिसकी अध्यक्ष कांग्रेस नेता सोनिया गांधी हैं। नड्डा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फाउंडेशन के सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-06 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीनी दूतावास ने तीन सौ हजार करोड़ यूएस डॉलर क्यों दिए। नड्डा ने कहा कि विपक्ष के लोग विरोध के नाम पर किस तरीके से ‘दोस्ती’ निभाते हैं, यह इसका एक उदाहरण है।
चीन से ये फंड लेते हैं और उसके बाद वो स्टडी कराते हैं, जो देश के हित में नहीं है और ये उसके लिए वातावरण तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने पक्ष में करने के बहुत से तरीके होते हैं। आज चीन के खिलाफ ऐसे खड़े हैं जैसे इनके बराबर का कोई दूसरा प्रहरी ही नहीं हो। (भाषा)