येदियुरप्पा का इस्तीफा, कर्नाटक में भाजपा सरकार गिरी
शनिवार, 19 मई 2018 (16:00 IST)
येदियुरप्पा के इस्तीफे और भाजपा की सरकार गिरने के साथ ही कर्नाटक का नाटक खत्म हो गया है। अब जेडीएस के कुमारस्वामी को सरकार बनाने का मौका मिलेगा। कुमारस्वामी कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाएंगे।
विधानसभा कार्यवाही का लाइव अपडेट्स :
* कर्नाटक में सबसे बड़े दल भाजपा की सरकार गिरी। येदियुरप्पा का इस्तीफा। तीसरे नंबर का दल जदएस अब बनाएगा सरकार।
* कांग्रेस सत्ता से हटने के बाद भी अब परोक्ष रूप से सत्ता में रहेगी। क्योंकि सरकार को बनाए रखने की चाबी उसके 'हाथ' में होगी।
* येदियुरप्पा ने भावुक होकर मोदी को कहा शुक्रिया।
* येदियुरप्पा ने कहा, 'जनता ने हमें 113 सीटें नहीं दी। अगर वह ऐसी करती तो राज्य में स्थिति बदल जाती, दूसरी तस्वीर होती। राज्य को ईमानदार नेताओं की जरुरत है. मेरे सामने आज अग्निपरीक्षा है। मैं फिर से जीत के आऊंगा। हम 150 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। राज्य के हर क्षेत्र में जाऊंगा और जीतकर आऊंगा। राज्य में जल्द चुनाव होगा।
*मोदी ने कर्नाटक कर्नाटक के लिए बहुत काम किया।
*येदियुरप्पा ने भावुक होते हुए इस्तीफा दिया।
*विधायकों से अंतरआत्मा की आवाज पर वोट मांगा।
*भाजपा सरकार होती तो विकास होता।
*कांग्रेस और जदएस अलग अलग चुनाव लड़े, लेकिन सत्ता के लिए एक हो गए।
*मैं आखिरी सांस तक सेवा करता रहूंगा।
*आज मेरी अग्निपरीक्षा हो रही है।
*सिद्धारमैया सरकार में विकास नहीं हुआ। फंड का सही इस्तेमाल नहीं हुआ।
*येदियुरप्पा भाषण देते हुए भावुक हुए
*येदियुरप्पा का भाषण शुरू
* सूत्रों के अनुसार येदियुरप्पा ने अमित शाह से बात की।
* सूत्रों के अनुसार बहुमत के लिए भाजपा को 110 विधायकों की जरूरत है। भाजपा के पास 104 विधायक और दावे के अनुसार 7 उनके संपर्क में।
* भाजपा के कैंप में निराशा। टीवी 9 की खबर के मुताबिक येदियुरप्पा दे सकते हैं इस्तीफा। बताया जा रहा है कि भाजपा बहुमत का आंकड़ा जुटाने में नाकाम रही है, इससे हाईकमान को भी अवगत करा दिया गया है।
*सदन की कार्यवाही 3:30 बजे तक के लिए स्थगित।
* कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह अभी भी सदन में नहीं पहुंचे। नवनिर्वाचित विधायकों ने पद की शपथ ली। कांग्रेस के 78 में से 77 विधायक सदन में मौजूद।
* जेडीएस के विधायक भी मौजद, बताया जा रहा है कि फिलहाल 222 में से 217 विधायक मौजूद
* कांग्रेस के एक विधायक को छोड़कर सभी विधायक मौजूद। जेडीएस के सभी विधायक सदन में मौजूद
* मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने व्हिप पर दस्तखत किया, भाजपा विधायकों के लिए व्हिप जारी।
* उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने का आदेश दिया।
* * भाजपा के बीएस येदियुरप्पा और बी श्रीरामुलु ने सांसद पद से इस्तीफा दिया, स्पीकर ने इस्तीफा स्वीकार किया।
*विधानसभा विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है।
*कर्नाटक विधानसभा में कार्यवाही शुरू हो गई है। चुने गए नए विधायकों को शपथ दिलाने के लिए आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।
*आज शाम होने वाले फ्लोर टेस्ट के लिए प्रोटेम स्पीकर केजी बोपैया कर्नाटक विधानसभा पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और बीजेपी के विधायक बी श्रीरामलू भी विधानसभा पहुंचे हैं।
येदियुरप्पा ने गुरुवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। शपथ लेने के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इसको चैलेंज किया था। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए येदियुरप्पा को 28 घंटे का समय दिया था। फैसले के बाद येदियुरप्पा ने कहा, 'हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे। बहुमत साबित करने के लिए हमारे पास पूर्ण समर्थन है।' हालांकि फिलहाल नंबर पूरी तरह उनके पक्ष में नजर नहीं आ रहे हैं।
येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 111 विधायकों की जरूरत है। उनके पास 104 विधायक हैं। उन्होंने कहा, 'तमाम राजनीतिक खेल के बीच, कल (शनिवार को) हम बहुमत साबित करेंगे। हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे।'
224 सदस्यों की विधानसभा में 222 सीटों पर चुनाव हुए। दो सीटों पर चुनाव नहीं हुए हैं। जेडीएस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और गठबंधन के नेता एचडी कुमारस्वामी दो सीटों पर चुनाव जीते हैं, ऐसे में वह सिर्फ एक ही वोट दे सकते हैं। जेडीएस के कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा राज्य में अपनी सरकार को बचाए रखने के लिए 'ऑपरेशन कमल' को दोहराने की कोशिश कर रही है।
क्या है संभावना?
*येदियुरप्पा को अपनी सरकार बचाने के लिए 7 विधायकों की जरूरत है। ऐसा तभी संभव है, जब कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के विधायक पाला बदल लें, या वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहें।
*विपक्षी दलों के कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग करें या वोटिंग से अनुपस्थित रहें। ऐसे में इन्हें अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
*यदि 16 विधायक इस्तीफा दे दें तो सदन में बहुमत साबित करने के लिए भाजपा को सिर्फ 103 वोट की जरूरत होगी।
'ऑपरेशन कमल' का इस्तेमाल 2008 में किया गया था, जब येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा के पास बहुमत नहीं था। इसके बाद पार्टी ने जोड़-तोड़ कर तीन कांग्रेस विधायकों और 4 जेडीएस विधायकों को इस्तीफा देने के लिए मना लिया था। आरोप है कि इसके लिए भाजपा ने धन-बल का इस्तेमाल किया था। इसके बाद ये सातों भाजपा के टिकट पर उपचुनाव में उतरे। इनमें से 5 जीत भी गए थे। यह एक तरीका था जिससे बहुमत साबित करने के लिए भाजपा को कम वोटों की जरूरत पड़ी।
आंकड़े फिलहाल भाजपा के पक्ष में नहीं हैं। विपक्षी गठबंधन के पास कांग्रेस (78) जेडीएस (37) जेडीएस के चुनाव पूर्व सहयोगी बीएसपी के पास एक विधायक है। जेडीएस के दावा है कि एक निर्दलीय विधायक का समर्थन भी उनके पास है। (एजेंसी)