अर्नस्ट एंड यंग द्वारा फॉरेंसिक ऑडिट में पता लगा कि रकम का इस्तेमाल कहीं और हुआ तथा जाली लेन-देन वजालसाजी करते हुए रकम गबन कर बैंक के साथ धोखाधड़ी की गई। इसके बाद मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई। सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि दिल्ली में कर्जदार कंपनी और अन्य आरोपियों के कार्यालय और रिहायशी परिसरों समेत 3 स्थानों पर पर शुक्रवार को छापेमारी की गई। (भाषा)