इस साल परीक्षाएं विवादों में घिरी रहीं और कई स्थानों पर प्रश्नपत्र लीक होने की खबरें आई थीं। लेकिन मानव संसाधन मंत्रालय ने छात्रों को हितों को देखते हुए पुनर्परीक्षा नहीं कराए जाने का फैसला किया था। इस साल 10वीं की परीक्षा में 16 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल हुए। (भाषा)