उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-2, 22 जुलाई को दोपहर 2.43 बजे श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च हुआ था। प्रक्षेपण के 17 मिनट बाद ही यान सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में पहुंच गया था।
चंद्रयान-2 में ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) शामिल हैं, जो 48 दिन में 3 लाख 844 किमी की यात्रा पूरी कर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा। इसके साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारने वाला पहला देश बन जाएगा। चंद्रयान-2 में 13 भारतीय पेलोड्स हैं, जो 8 ऑर्बिटर, 3 लैंडर और 2 रोवर में हैं।
नई समयावधि के अनुसार पृथ्वीबद्ध चरण में वृद्धि हुई है। यह 6 से लेकर 23 दिन हो गई है, जो पहले 17 दिन थी। पुराने कार्यक्रम के तहत लूनर ऑर्बिट इंसर्शन (एलओआई) 22वें दिन होने वाला था लेकिन अब यह 30वें दिन होगा।