Chandrayaan-2 Mission : टि्वटर पर इसरो के समर्थन में आई संदेशों की बाढ़

शनिवार, 7 सितम्बर 2019 (16:09 IST)
नई दिल्ली। चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का अंतिम क्षणों में जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर इसरो के वैज्ञानिकों के समर्थन में प्रेरणादायी संदेशों की बाढ़ आ गई। इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने शनिवार तड़के घोषणा की कि लैंडर से जमीनी स्टेशन का संपर्क टूट गया और आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया और हमेशा भारत को गौरवान्वित किया। ये साहसी होने के क्षण हैं और हम साहस का परिचय देंगे।

ज्यादातर यूजर्स ने एक वीडियो क्लिप ट्वीट की, जिसमें प्रधानमंत्री भावुक सिवन को दिलासा देते हुए दिखे। उन्होंने हैशटैग चंद्रयान-2 का इस्तेमाल करते हुए कहा कि विक्रम से बेशक संपर्क टूट गया हो लेकिन भविष्य के मिशनों से उम्मीद बरकरार हैं।
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उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के सचिवालय ने ट्वीट किया, निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। इसरो का केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीदों से नहीं...।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को परिश्रमी और उनके काम को प्रेरणादायी बताते हुए एक यूजर ने कहा कि विज्ञान में हार नहीं होती।
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अभिनेता से नेता बने सनी देओल ने ट्वीट किया, संपर्क टूटा, लेकिन उम्मीद नहीं। इसरो आप पर हमें गर्व है।

एक टि्वटर यूजर ने कहा, इसरो के मेरे प्रिय मेहनती और प्रेरणादायी वैज्ञानिकों, सिर्फ इतना याद रखिए कि विज्ञान के क्षेत्र में कोई हार नहीं होती, जीत होती है और फिर सीख होती है। मुझे भरोसा है कि आपने चंद्रयान-2 के दौरान काफी कुछ सीखा होगा, जो भविष्य के मिशनों में निश्चित तौर पर हमारी मदद करेगा।
विक्रम की लैंडिंग के मद्देनजर टि्वटर पर हैशटैग चंद्रयान-2 ट्रेंड कर रहा था। संपर्क टूटने की खबर आने के बाद 87000 ट्वीट किए गए। के. सिवन, विक्रम लैंडर, इसरो, मून मिशन, इंडिया ऑन द मून और प्राउड ऑफ इसरो जैसे अन्य हैशटैग यूजर्स की मिलीजुली भावनाओं को दर्शाते हैं।

एक यूजर आशीष शर्मा ने ट्वीट किया, सफलता अंतिम नहीं है, असफलता भी घातक नहीं है। हमने बस संपर्क खोया, उम्मीद नहीं। संचार पेशेवर हारिणी कैलामुर ने कहा कि असफलता प्रगति की ओर महज एक कदम है। उन्होंने ट्वीट किया, यह नाकामी नहीं है, विज्ञान की प्रगति की ओर यह एक और कदम है। जो इसे नाकामी बताते हैं उन्हें वैज्ञानिक प्रगति नहीं मिलती। विज्ञान का इतिहास इस तरह की कहानियों से भरा है।

तेलुगु अभिनेता सुधीर बाबू ने देश की साहसी कोशिश की सराहना की। उन्होंने ट्वीट किया, इसरो पर गर्व है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र की संभावनाओं को सभी जोखिमों के कारण तलाशा नहीं गया। भारत की साहसिक कोशिश न केवल हमारे भविष्य के अंतरिक्ष कार्यक्रमों का मार्गदर्शन करेगी बल्कि अन्य अंतरिक्ष ताकतों का भी मार्गदर्शन करेगी। प्रयोग विज्ञान का मूलभूत कदम है। 

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