अफजल गुरु मामले में फैसला शायद सही नहीं था : चिदंबरम

शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2016 (09:03 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु पर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि हमले में अफजल की संलिप्तता पर संदेह है और शायद इस मामले में ठीक ढंग से फैसला नहीं किया गया।
 
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक्स टाइम्स को दिए साक्षात्कार में चिदंबरम ने कहा कि वर्ष 2001 में  संसद पर हुए हमले में अफजल की भूमिका पर संदेह है। अफजल को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के दौरान फांसी दी गई थी। चिदंबरम उस वक्त गृह मंत्री थे जब अफजल की दया याचिका खारिज कर दी गई थी। 
       
चिंदबरम ने साक्षात्कार में कहा, 'संसद हमले में अफजल की भूमिका पर गहरा संदेह है और यदि वह इस हमले में शामिल था भी तो किस हद तक शामिल था, इस पर भी संदेह है। अफजल को बिना पैरोल के उम्रकैद की सजा दी जा सकती थी।' पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि सरकार में रहते हुए आप यह नहीं कह सकते कि अदालत ने गलत फैसला दिया लेकिन एक स्वतंत्र व्यक्ति यह राय रख सकता है कि इस मामले में सही तरीके से फैसला नहीं किया गया।
         
उन्होंने कहा कि इस तरह की राय रखने वाले किसी व्यक्ति को देशविरोधी कहना ठीक नहीं है। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों पर लगे देशद्रोह के आरोप को भी बेतुका करार दिया।

कांग्रेस ने चिदंबरम के बयान पर सीधी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि शीर्ष न्यायालय का फैसला अंतिम न्यायिक आदेश है और उस पर प्रश्न नहीं उठाया जा सकता। 

पार्टी प्रवक्ता अधीर रंजन चौधरी और अश्विनी कुमार ने कहा कि अभी उन्होंने चिदंबरम का पूरा बयान नहीं पढा है इसलिए उस पर कोई टिप्पणी करना उचित नहीं है। (वार्ता)

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