बच्चा चोर गिरोह की आशंका में भीड़ ने 25 लोगों को मार डाला

गुरुवार, 5 जुलाई 2018 (23:28 IST)
देशभर के कई हिस्सों में बच्चा चोरी गिरोह की अफवाहों के चलते बेकूसर लोगों की हत्याओं ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चा चोरी की अफवाहों में सोशल मीडिया भी आग में घी का काम कर रहा है और यही कारण है कि बच्चा चोरी की अफवाह के बीच भीड़ ने 25 लोगों की पीट-पीटकर मौत की नींद सुला दिया है। हालत यह है कि कई राज्यों में इस अफवाह के कारण लोग रात रातभर जाकर चौकीदारी कर रहे हैं। 
 
एक समाचार टीवी चैनल आशंका जताई है कि कहीं इन घटनाओं के पीछे आतंकी साजिश तो नहीं है क्योंकि सोशल मीडिया में सबसे पहले एक प्लांट वीडियो पाकिस्तान से वायरल हुआ था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद भारत में भी सोशल मीडिया में संदेश जारी होने लगे।
 
व्हाट्‍सएप पर आ रहे भड़काऊ संदेश के बाद सरकार भी नींद से जागी है और उसने इस बारे व्हाट्‍सएप को भी चेतावनी दी है। व्हाट्‍सएप ने सरकार को कहा कि वह अफवाह भरे मैसेज रोकने के लिए नए फीचर की तैयारी कर रहा है।
 
देश के कई राज्यों में बच्चा चोर होने के संदेह में कई लोगों पर हमले और उन्हें पीट-पीटकर मार देने की घटनाओं में इजाफा हो रहा हैं। झारखंड के कई हिस्सों में बच्चा चोरी की अफवाह के बाद लोगों में इतना खौफ है कि वे रात जाग-जागकर पहरा दे रहे हैं। यानी पुलिस का काम यहां के लोग कर रहे हैं, वह भी हथियारों के साथ। 
 
महाराष्ट्र में पांच लोगों को भीड़ ने मारा : महाराष्ट्र के धुले जिले में रविवार को ग्रामीणों ने बच्चा चोरी करने वाले गिरोह का सदस्य होने के संदेह में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक कुछ अन्य लोगों के साथ इन पांच लोगों को रेनपाड़ा इलाके में राज्य परिवहन की बस से उतरते  देखा गया। 
 
उन्होंने कहा कि जब उनमें से एक ने एक बच्ची से बातचीत करने का प्रयास किया तो साप्ताहिक रविवार बाजार में मौजूद लोगों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस भीड़ में करीब 35 लोग थे। भीड़ के इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। 
 
घटना के बाद 35 लोगों पर मामला दर्ज हुआ है और 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया। एसपी के मुताबिक आरोपी  एक आदिवासी गांव से आते हैं, जहां बच्चा चोरी से जुड़ा एक व्हाट्‍सएप पोस्ट वायरल हुआ। इस मैसेज के आधार पर भीड़ को लगा कि ये लोग बच्चा चोरी करने वाले गिरोह से हैं और उन्हें पीट-पीटकर मार डाला। 
 
तमिलनाडु बच्चा चोरी के शक में मजदूरों पर हमला : तमिलनाडु में भी ऐसी घटना सामने आई, जिसमें स्थानीय लोगों  ने इस संदेह में दो लोगों को बुरी तरह पीट दिया कि वे एक बच्चे के अपहरण की कोशिश कर रहे थे। भीड़ के इस हमले में घायल दोनों मजदूरों को बचा लिया गया। वेल्लूर जिले में हिन्दीभाषी एक व्यक्ति को बच्चा चोर होने के शक में ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला था।
 
महिला को किया भीड़ ने प्रताड़ित : असम के सोनितपुर में एक गांव की भीड़ ने मानसिक रूप से कमजोर एक महिला को बच्चा चोर समझकर खंभे पर बांधकर उसे प्रताड़ित किया। पुलिस के अनुसार जिले के थेलामारा पुलिस थाना क्षेत्र  में एक गांव के आसपास एक महिला को घूमते देखने पर ‘कुछ लोगों ने उससे पूछताछ की, लेकिन अपनी मानसिक स्थिति के कारण वह ठीक से जवाब नहीं दे सकी। 
 
लोगों में यह आशंका पैदा हुई कि वह ‘सोपाधोरा’ (बच्चे उठाने वाली) है। इसके बाद लोगों ने उसे एक खंभे पर बांध दिया और उसे प्रताड़ित किया। ग्राम रक्षा पार्टी (वीडीपी) के कर्मियों ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया और पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया। भीड़ के इस हमले में महिला घायल हो गई। लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर भी किया। 
 
देश के कई हिस्सों में ऐसी घटनाएं : त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बच्चा चोर होने के संदेह में त्रिपुरा सूचना एवं संस्कृति विभाग के एक सदस्य सहित तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या की दी गई थी। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में भी बच्चा चोर गिरोह का सदस्य समझ कर माड़ा थाना क्षेत्र में ग्रामीणों ने बहरूपिये का स्वांग करने वाले एक युवक की बेहरमी से पिटाई की थी। 
 
यह युवक पड़ोस के किसी गांव में साड़ी पहनकर नाचने-गाने जा रहा था, जब रास्ते में लोगों ने बच्चा चोर गिरोह का सदस्य समझ कर बुरी तरह पीट दिया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस वहां पहुची और युवक को भीड़ के चंगुल से बचाया। यही नहीं, मध्यप्रदेश में ही वन विभाग के पुरुष और महिला कर्मचारी की भी शक में पिटाई की गई, जबकि वे अपने पहचान पत्र भी बताते रहे। 
 
गुजरात से भी बच्चा चोरी की अफवाह पर हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। कुछ दिन पहले गुजरात के कई शहरों में अफवाह के चलते पीट-पीटकर मारने के मामले सामने आए हैं। अहमदाबाद में बच्चा चुराने के शक में एक भीड़ ने 40 वर्षीय महिला की पीटकर हत्या कर दी थी।  
 
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर ज़िले में ग्रामीणों ने बीते 23 जून को बच्चा चोर होने के संदेह में एक विक्षिप्त व्यक्ति को कथित रूप से पीट-पीटकर मार डाला था। बिहार के पूर्णिया में भी डायन होने के आरोप में एक महिला के अपने ही परिजनों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी।
 
जून महीने में ही झारखंड के गोड्डा ज़िले के बनकट्टी गांव में मवेशी चोरी के आरोप में सिराबुद्दीन अंसारी और मुर्तजा की जमकर पिटाई करके हत्या कर दी गई है। इसी तरह महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले के वैजापुर तालुका के चंदगांव गांव में बीते आठ जून को लुटेरे होने के संदेह में ग्रामीणों की भीड़ ने दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
 
पश्चिम बंगाल में बच्चा चोर होने के संदेह में मालदा जिले में व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा पिछले महीने असम के कार्बी आंगलांग जिले में बच्चा चुराने के शक में संगीतकार और उसके दोस्त की पीट-पीटकर मार डाला गया।
 
अफवाहों पर ध्यान न दें : सरकार ने भी ऐसे भड़काऊ मैसेज और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा है। सरकार ने राज्य सरकारों से भी कहा है कि ऐसी अफवाहें फैलाने वाले लोगों पर शिकंजा कसने को कहा साथ ही व्हाट्‍सएप को भी ऐसे अफवाहों भरे मैसेज और वीडियो पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने के लिए कहा है।

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