सेना के एक अधिकारी ने कहा, मुझे लगता है कि दोनों पक्ष चाहते हैं कि एलएसी पर चीजें शांत रहें। कई सारी चीजें होती हैं। पूर्वी लद्दाख में पिछले साल सितंबर में चुमार और डेमचोक क्षेत्रों में तीन सप्ताह तक चले गतिरोध के संदर्भ में अधिकारी ने कहा कि मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया।
उन्होंने कहा, घुसपैठ होती हैं क्योंकि एलएसी उचित तरीके से परिभाषित नहीं है। एलएसी को लेकर हमारी अपनी धारणा है और उनकी अपनी। इस लिहाज से दोनों पक्षों के सैनिक एक-दूसरे के क्षेत्रों में घुसते हैं। अधिकारी ने कहा, केवल चार-पांच ही क्षेत्र हैं। पूरी सीमा रेखा या एलएसी पर ऐसा नहीं होता। एलएसी कुल मिलाकर शांतिपूर्ण है।
उन्होंने कहा, किस तरह से कार्रवाई करें और प्रतिक्रिया दें, इस संबंध में प्रोटोकॉल निर्धारित किए गए हैं। हजारों चीनी सैनिक (लद्दाख के चुमार में) आए थे और एक भी गोली नहीं चली। सबकुछ शांतिपूर्ण तरीके से हल हो गया। (भाषा)