उन्होंने अपनी बात के पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि जिस तरह समृद्ध लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी, उसी तरह संपन्न दलितों को भी आरक्षण का त्याग कर देना चाहिए। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए साक्षात्कार में चिराग ने कहा कि इससे दलित समुदाय के बाकी लोगों को भी आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे।
चिराग ने कहा कि मैं जातिरहित समाज की आशा करता हूं और यह मेरा लक्ष्य भी है। उन्होंने कहा कि मैं बिहार से आता हूं जहां जातिगत समीकरण हावी रहते हैं और इस दिशा में बिहार और उत्तर प्रदेश बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधते हुए पासवान ने कहा कि वे चाहतीं तो इस दिशा में बहुत कुछ कर सकती थीं, लेकिन उनका ध्यान मूर्तियां बनाने पर ज्यादा था।