Manipur Violence : मणिपुर के बिष्णुपुर में झड़प, 19 लोग घायल, इंफाल घाटी में दिन का कर्फ्यू

गुरुवार, 3 अगस्त 2023 (23:38 IST)
Manipur Violence : मणिपुर में बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फौगाकचाओ इलाके में गुरुवार को हुई झड़प के बाद सेना और आरएएफ जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे, जिसमें 19 लोग घायल हो गए।इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम में कर्फ्यू में ढील वापस ले ली गई है, एहतियात के तौर पर पूरे इंफाल घाटी में रात के कर्फ्यू के अलावा दिन के दौरान प्रतिबंध लगा दिया।
 
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम के जिलाधिकारियों ने भी कर्फ्यू में ढील वापस ले ली, एहतियात के तौर पर पूरे इंफाल घाटी में रात के कर्फ्यू के अलावा दिन के दौरान प्रतिबंध लगा दिया गया। मणिपुर पुलिस ने ट्वीट किया कि पिछले 24 घंटों में पर्वतीय और घाटी दोनों क्षेत्रों में विभिन्न जिलों में 130 चौकियां स्थापित की गई हैं और पुलिस ने विभिन्न उल्लंघनों के आरोप में 347 लोगों को हिरासत में लिया है।
 
झड़प से कुछ घंटे पहले मणिपुर की जातीय हिंसा में मारे गए कुकी-जोमी समुदाय के लोगों को सामूहिक रूप से दफ़नाने की योजना तब रोक दी गई जब राज्य के उच्च न्यायालय ने गुरुवार सुबह चुराचांदपुर जिले में प्रस्तावित कब्रिस्तान पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था।
 
शीर्ष जनजातीय संस्था आईटीएलएफ ने भी कहा कि वह बिष्णुपुर की सीमा पर चुराचांदपुर जिले के हाओलाई खोपी गांव में उक्त स्थान पर 35 लोगों को दफनाने की योजना स्थगित कर रहा है। बिष्णुपुर जिले में सुबह से ही तनाव व्याप्त है, क्योंकि हजारों स्थानीय लोग सुरक्षाबलों की आवाजाही को रोकने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।
 
महिलाओं के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने सेना और आरएएफ कर्मियों द्वारा लगाए गए अवरोधक को पार करने की कोशिश की और मांग की कि उन्हें कब्रिस्तान तुइबुओंग तक जाने की अनुमति दी जाए। इंफाल पूर्व और पश्चिम के जिलाधिकारियों ने गड़बड़ी की आशंका के चलते दिन का कर्फ्यू फिर से लागू करने के अलग-अलग आदेश जारी किए।
 
राज्य के कानून एवं विधायी कार्य मंत्री ठा. बसंतकुमार ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने सभी संबंधित पक्षों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।
 
राज्य के मंत्री ने केंद्रीय मंत्री के पत्र का हवाला देते हुए कहा, भारत सरकार ने मणिपुर में जातीय हिंसा में मारे गए लोगों के शवों के अंतिम संस्कार के मुद्दे पर विचार किया है और आश्वासन दिया है कि वह एक निश्चित अवधि के भीतर 7 दिन में सभी पक्षों की संतुष्टि के लिए इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

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