मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि हमने उनसे (निवासियों से) स्कूलों में जाने का अनुरोध किया, जहां राहत शिविर लगाए गए और भोजन व चिकित्सा सहायता की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि बिजली नहीं है। इसलिए, हमने सौर ऊर्जा से संचालित फ्लडलाइट्स की व्यवस्था की है, ताकि रात में कोई समस्या न हो।
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार सुबह आठ बजे 205.79 मीटर तक पहुंच गया, जो निकासी स्तर 206 मीटर से थोड़ा कम है। नदी का जलस्तर सोमवार दोपहर को 205.55 मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया था और तब से जलस्तर में वृद्धि हो रही है।
सोमवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद गुप्ता ने आश्वासन दिया था कि राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक बाढ़ नहीं आएगी, यह सुरक्षित क्षेत्र है और किसी भी तरह का जलभराव बाढ़ के मैदानों तक ही सीमित रहेगा।