वर्ल्ड हिंदू इकॉनोमिक फोरम 2024 को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड अपनाने का भी आरोप लगाया। विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो कोई भी सच बोलता है, ये लोग उस पर महाभियोग (प्रस्ताव) के साथ दबाव डालते हैं, और फिर भी वे संविधान की बात करते हैं। उनके दोहरे मापदंड देखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश ने कहा कि समान नागरिक संहिता होनी चाहिए, और दुनिया भर में बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं का सम्मान किया जाता है। उन्होंने पूछा कि अगर कोई व्यक्ति इन विचारों को व्यक्त करता है तो उसका क्या अपराध है।
आदित्यनाथ ने कहा कि क्या देश में समान नागरिक संहिता नहीं होनी चाहिए? दुनिया भर में व्यवस्था उसी के अनुसार चलती है जो बहुसंख्यक समुदाय कहता है और भारत कह रहा है कि बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच भेदभाव समाप्त होना चाहिए। वे (कांग्रेस) दबाव बनाएंगे, क्योंकि संविधान का गला घोंटकर देश की व्यवस्था को नियंत्रित करना उनकी पुरानी आदत है।
योगी ने कहा कि एक तरफ आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो श्रमिकों के श्रम का सम्मान करके उनके ऊपर पुष्प वर्षा कर रहे हैं, और दूसरी तरफ वे भी शासक थे, जो ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ काट देते थे।