नई दिल्ली। देश के लगभग सभी राज्यों में ठंड पसर चुकी है। मौसम विभाग के अनुसा प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों और मध्यभारत के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के एक-दो भागों में दिसंबर से फरवरी के बीच न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। इस बीच दक्षिण के राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी है।
स्काईमेट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ मुख्य रूप से ऊपरी वायु परिसंचरण के रूप में 2 और 3 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम की स्थिति को प्रभावित करेगा। कारगिल, स्कार्दू, गिलगिट, केलांग, लाहौल-स्पीति, केदारनाथ, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब में बारिश और हिमपात की संभावना है। अन्य लोकप्रिय स्थलों जैसे पहलगाम, गुलमर्ग, श्रीनगर, शिमला, मनाली, चमोली और उत्तरकाशी में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और वर्षा की संभावना कम है।
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली की तलहटी और मैदानी इलाकों में सुबह के समय ज्यादातर धूप खिली रहेगी और कुछ स्थानों पर धुंध और छिछले कोहरे की परत छाई रहेगी। सतही और निचले स्तर की हवाओं के 2 दिसंबर को हल्के और परिवर्तनशील होने और उसके बाद सामान्य होने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में आज मामूली वृद्धि हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के पारित होने के बाद 3 दिसंबर और बाद में पारा एक बार फिर फिसलने की उम्मीद है।