उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी, पहाड़ी राज्यों से मैदानी इलाकों तक चली शीतलहर, यहां माइनस 5 डिग्री पहुंचा तापमान
रविवार, 19 दिसंबर 2021 (10:22 IST)
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखांड आदि पहाड़ों राज्यों में चली शीतलहर की वजह से दिल्ली से लेकर पंजाब, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, ओडिशा और बंगाल तक लोगों को कंपा दिया है।
पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हुई बर्फबारी के कारण वहां से आ रही ठंडी हवाओं से पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के ग्वालियर, सिवनी, दतिया, सागर एवं नौगांव में शीतलहर का प्रभाव रहा। इसके अलावा, भोपाल, सागर एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में विशेष रूप से गिरावट आई।
ठंड से जमी डल झील : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के कश्मीर घाटी में बुधवार को मौसम काफी ठंड भरा रहा, यहां तापमान शून्य से 3.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। जिस वजह से विश्व प्रसिद्ध डल झील के बीच का हिस्सा जम गया। घाटी में आसमान साफ रहने और रात के तापमान में गिरावट आने से छोटे जलाशयों और नालों सहित डल झील के बीच के हिस्से जम गए हैं।
मौसम विभाग ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आने वाले दिनों में रात का तापमान दो से चार डिग्री से नीचे रह सकता है। फिलहाल, यहां का मौसम 23 दिसंबर तक शुष्क बना रहेगा।
हिमाचल में जनजीवन प्रभावित : हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और अगले कुछ दिनों तक प्रचंड शीतलहर से राहत की संभावना नहीं है। पिछले चौबीस घंटों में राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के कारण समूचे राज्य में शीतलहर तेज हो गई। ताजा बर्फबारी से आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में ताजा हिमपात के बाद 50 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। 32 सड़कें लाहौल-स्पीति में बीते 10 दिनों से बंद पड़ी हैं, वहीं 30 से अधिक पेयजल योजनाओं से पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।
राजस्थान में कड़ाके की सर्दी : राजस्थान में कड़ाके की सर्दी का कहर बढ़ता जा रहा है। फतेहपुर में रविवार को तीसरे दिन भी न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे रहा। शनिवार को सीकर जिले के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से 5 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक नीचे पहुंच गया, जिससे लोग बेहाल हो गए। यह प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। माउंट आबू और चूरू में तापमान जमाव बिंदू से नीचे रहा।
इससे जनजीवन प्रभावित हुआ और लोगों को इससे काफी परेशानी हुई। वाहनों एवं पेड़ पौधों तथा फसल पर औंस जम गई और खेतों में सिंचाई के पाइपों में पानी जम गया। सर्दी बढ़ जाने से लोग ठिठुरने लगे और अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते
पंजाब में शीतलहर का प्रकोप : पंजाब और हरियाणा रविवार को भी शीतलहर के चपेट में दिखाई दिए। अधिकतर इलाकों में घने कोहरे के कारण यातायात पर असर पड़ा।
ठंड के जोर पकड़ते ही अमृतसर तथा बठिंडा का पारा शून्य के आसपास पहुंच गया। वहीं गुरदासपुर 1 डिग्री, फरीदकोट 1 डिग्री, पठानकोट 4 डिग्री, पटियाला 6 डिग्री, लुधियाना 5 डिग्री और चंडीगढ 6 डिग्री रह गया। हरियाणा में सिरसा 2 डिग्री, रोहतक तथा नारनौल का पारा 3 डिग्री, हिसार 4 डिग्री, गुडगांव 7 डिग्री, भिवानी 5 डिग्री, अंबाला 7 डिग्री और करनाल 5 डिग्री रहा।
मौसम केन्द्र के अनुसार, अगले 3 दिन में पंजाब में प्रचंड शीतलहर तथा घने कोहरे की संभावना है। हरियाणा में अगले दो दिन कहीं कहीं पाला पड़ने ,घना कोहरा और शीतलहर चलने के आसार हैं। पश्चिमोत्तर क्षेत्र में अगले दो दिन घने कोहरे ,पाला पड़ने और प्रचंड शीत लहर की संभावना है। पिछले चौबीस घंटों में सुबह घने कोहरे के कारण यातायात पर असर पड़ा।