Weather Updates: मौसम ने एक बार फिर से पलटी खाई है। जाती ठंड वापस लौट आई है। ताजा समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में शीतलहर (cold wave) का प्रकोप जारी है और अरुणाचल (Arunachal) में भारी बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी (snowfall) से मैदानी भागों में शीतलहर लौट आई है। उधर अरुणाचल के ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी होने के बाद 70 पर्यटकों को बचाया गया।
शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में ऊंचाई वाले क्षेत्रों और जनजातीय इलाकों में शीतलहर का प्रकोप जारी है तथा लाहौल-स्पीति का कुकुमसेरी 0 से 14.8 डिग्री सेल्सियस कम तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बर्फबारी के कारण अब भी 4 राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 356 सड़कें अवरुद्ध हैं और 162 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। लाहौल-स्पीति में 269, चंबा में 58 और कुल्लु जिले में 21 सड़कें बंद हैं।
पांगी कल्याण संघ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने चंबा के उपायुक्त मुकेश रेपसवाल से मुलाकात की और उनसे पांगी के लिए उड़ानें शुरू करने का आग्रह किया। इसके अध्यक्ष भगत बरोत्रा ने कहा बर्फबारी होने के कारण पांगी क्षेत्र में कई सड़कें बंद हैं जिससे बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को चंबा और कुल्लू पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने 24 से 29 फरवरी तक ऊंचाई वाले स्थानों के छिटपुट स्थानों पर बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान जताया है। साथ ही 26 और 27 फरवरी को कुछ स्थानों पर बारिश होने का भी पूर्वानुमान किया है।
अरुणाचल के ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी, 70 पर्यटकों को बचाया : गुवाहाटी से मिले समाचार के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी के बाद सेला दर्रे से पर्यटकों और स्थानीय निवासियों सहित लगभग 70 लोगों को बचाया गया है। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी।
70 पर्यटकों को बचाया : उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सेला दर्रे में फंसे लगभग 70 पर्यटकों और स्थानीय लोगों को निकालने के लिए अभियान चलाया। यह घटना तब हुई जब 22-23 फरवरी की रात कुछ वाहन दर्रा क्षेत्र में फंस गए और बीआरओ ने उन्हें बचाने के लिए अपने कर्मियों और उपकरणों का इस्तेमाल किया। प्रवक्ता ने कहा कि टीम लोगों की जान बचाने के लिए रातभर भीषण ठंड (0 से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे) से जूझती रही और शुक्रवार की सुबह उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफल रही।
पूर्वोत्तर असम पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना : 180 नॉट तक की अधिकतम गति के साथ जेट स्ट्रीम की हवाएं उत्तर भारत में समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर के औसत स्तर से ऊपर बनी हुई है। पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण-पूर्व मध्यप्रदेश से लेकर विदर्भ, तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए तमिलनाडु तक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है। 24 फरवरी की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंच सकता है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में छिटपुट हल्की बारिश और बर्फबारी हुई। अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई। पूर्वोत्तर भारत में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश हुई। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश संभव है। ओडिशा और आंध्रप्रदेश के तट पर हल्की बारिश हो सकती है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के मद्देनजर 24 से 27 फरवरी के बीच पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है।