उन्होंने कहा, 'कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के बीच शासन के साझा एजेंडे पर सहमति बनाने हेतु कई दौर की बातचीत हुई जिसे न्यूनतम साझा कार्यक्रम कहा जाएगा।' हालांकि पिछले कुछ दिनों के माहौल से विपरीत गुरुवार की बैठकें शोरगुल से दूर रहीं।
राकांपा विधायक और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को मीडियाकर्मियों को बताया था कि कांग्रेस और उनके दल के नेताओं के बीच होने वाली बैठक टल गयी और वह बारामती जा रहे हैं। हालाँकि बाद में राकांपा प्रमुख शरद पवार ने संवाददाताओं से कहा कि उनके भतीजे अजित पवार ने ऐसा बयान मीडिया से बचने के लिए दिया था।