उल्लेखनीय है कि चंपत राय संत समिति की बैठक में भाग लेने वाराणसी पहुंचे थे। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यालय में राय ने कहा कि मन्दिर को मजबूत बनाने के लिए मुंबई, गुवाहाटी एवं चेन्नई स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के विशेषज्ञ लगे हुए हैं।मकर संक्रांति तक मंदिर का नक्शा बनकर तैयार हो जाएगा।
राय ने बताया कि विशेषज्ञों को यह समझ नहीं आ रहा कि देशभर से आ रही चांदी का उपयोग कहां किया जाए।उन्होंने बताया कि मंदिर की नींव में लोहे की जगह तांबे की कील-पत्तियों का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कहीं से भी सोने की ईंट नहीं आई है, चांदी बहुत आ रही।
राय ने बताया कि लोग धन का दान करें, धन संग्रह अभियान 14 जनवरी से शुरू किया जाएगा, जो 27 फरवरी तक चलेगा। लाखों कार्यकर्ता घर-घर जाकर धन संग्रह करने का काम करेंगे।(भाषा)