नई दिल्ली सीट पर रोचक हुई जंग, केजरीवाल के मुकाबले भाजपा ने प्रवेश वर्मा को उतारा, कांग्रेस से संदीप दीक्षित

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शनिवार, 4 जनवरी 2025 (14:34 IST)
Interesting contest on New Delhi assembly seat: दिल्ली की नई दिल्ली विधानसभा सीट पर इस बार चुनाव में बहुत ही रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा। आम आदमी पार्टी की तरफ से पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने यहां से पूर्व मुख्‍यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित (Sandeep Dixit) को मैदान में उतारा है। भाजपा ने भी पूर्व मुख्‍यमंत्री साहब सिंह वर्मा के बेटे पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma) को इस सीट से टिकट देकर मुकाबले को रोचक और त्रिकोणीय बना दिया है। 
 
जिस तरह से भाजपा की सूची जारी हुई है, उसे देखते हुए इस बार आम आदमी पार्टी के लिए मुकाबला आसान नहीं रहने वाला है। कांग्रेस भले ही खुद नहीं जीत पाए, लेकिन 'इंडिया' गठबंधन की सहयोगी आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हालांकि केजरीवाल को हराना दोनों ही पार्टियों के लिए आसान नहीं होगा। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप नेता केजरीवाल ने 61 फीसदी (46,758 वोट) हासिल किए थे, जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के सुनील यादव को 25,061 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस के रमेश सभरवाल को मात्र 3,220 वोट मिले थे। ALSO READ: दिल्ली चुनाव : भाजपा ने जारी की पहली लिस्ट, केजरीवाल को चुनौती देंगे प्रवेश वर्मा
 
इससे पहले के विधानसभा चुनावों में भी अरविन्द केजरीवाल ने एकतरफा बढ़ हासिल की थी। 2015 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को 57,213 वोट मिले थे। उन्होंने यह चुनाव 21 हजार 697 वोटों से जीता था। 2013 में भी केजरीवाल 54% वोट हासिल कर 25864 वोटों से चुनाव जीते थे। उन्हें इस चुनाव में 44,269 वोट मिले थे। तीनों ही चुनावों में केजरीवाल बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं, लेकिन इस मुकाबला उनके लिए आसान नहीं होगा। 2013 में केजरीवाल ने तत्कालीन मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित को हराया था। ALSO READ: केजरीवाल का काम भाजपा के लिए ‘आपदा’, आप प्रमुख ने किया मोदी पर पलटवार
 
क्या मां का बदला ले पाएंगे संदीप दीक्षित : कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के लिए नई दिल्ली सीट पर मुकाबला काफी प्रतिष्ठा का है। इस बार उन्हें न सिर्फ चुनाव जीतना है बल्कि अपनी मां की हार का बदला भी लेना है। 2013 में केजरीवाल ने संदीप की मां शीला दीक्षित को 25 हजार से भी ज्यादा वोटों से चुनाव हराया था। उस समय शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्‍यमंत्री थीं। संदीप इस बार काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। वे पहले से ही अपने नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में डोर-टू-डोर प्रचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल में कुछ भी काम नहीं हुआ है, जबकि शीला दीक्षित के शासनकाल में विकास की लहर देखी गई। ALSO READ: पीएम मोदी बोले, आप आपदा बनकर दिल्ली पर टूट पड़ी, बताया कितना नुकसान पहुंचाया?
 
प्रवेश वर्मा कितने कारगर होंगे : भाजपा ने केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा को उम्मीदवार बनाया है। दिल्ली की राजनीति में प्रवेश जाना-पहचाना नाम हैं। उनके पिता साहब सिंह वर्मा भाजपा के शासनकाल में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। प्रवेश भी भी पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से 2 बार सांसद रह चुके हैं, जबकि एक बार महरौली सीट से विधायक रह चुके हैं। भाजपा प्रवेश को उतारकर एक तरह से केजरीवाल को घेरने की कोशिश की है। हालांकि पिछले चुनावों के परिणामों को देखें तो बढ़त पर अरविन्द केजरीवाल ही हैं। 
 
नई दिल्ली विधानसभा सीट का परिणाम क्या होगा यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा, लेकिन भाजपा और कांग्रेस ने क्रमश: प्रवेश वर्मा और संदीप ‍दीक्षित को उतारकर मुकाबले को रोचक तो बना दिया है। हो सकता है कांग्रेस और भाजपा केजरीवाल की उनके ही इलाके में घेराबंदी करने में सफल हो जाएं। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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