जब अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने किया था राम जेठमलानी को फोन, पढ़िए जेठमलानी के जीवन से जुड़े किस्से
रविवार, 8 सितम्बर 2019 (10:34 IST)
मशहूर वकील और राजनेता राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। दिल्ली में अपने घर पर उन्होंने अंतिम सांस ली। जेठमलानी ने इंदिरा गांधी हत्याकांड के हत्यारों का केस, डॉन हाजी मस्तान और हर्षद मेहता के कई विवादित केस लड़े। राजीव गांधी के हत्यारों के पक्ष में भी केस लड़ा था और शेयर बाजार घोटाले में हर्षद मेहता तथा केतन पारेख का मामला भी लड़ा था। उनके राजनीतिक और वकालत पेशे के कई किस्से चर्चित हैं। उनका शुमार सबसे महंगे वकीलों में होता था।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम ने मुंबई बम ब्लास्ट के बाद सहायता के लिए राम जेठमलानी को फोन किया था। जुलाई 2015 में राम जेठमलानी ने मीडिया में एक बड़ा बयान देकर सबको चौंका दिया था। राम जेठमलानी ने दावा किया था कि दाऊद को भारत लाया जा सकता था, लेकिन शरद पवार के कारण ऐसा नहीं हो सका।
जेठमलानी ने यह भी बताया था कि मुंबई बम ब्लास्ट के बाद उनकी बात छोटा शकील से नहीं, बल्कि सीधे दाऊद इब्राहीम से हुई थी। उन्होंने दावा किया था कि दाऊद ने उन्हें कहा था कि उसने बम ब्लास्ट नहीं करवाया है। उसके साथ अच्छा व्यवहार किया जाए। महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शरद पवार ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
केजरीवाल को गरीब मानकर केस फ्री में केस लड़ूंगा : जेठमलानी की तरफ से लड़े गए सबसे चर्चित बीजेपी के दिग्गज नेता रहे अरुण जेटली और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानहानि केस शामिल है। फीस को लेकर जेठमलानी ने कह दिया था कि अगर केजरीवाल या दिल्ली सरकार इस केस में मुझे पैसे नहीं दे सकते तो मैं गरीब मानकर मुफ्त में उनकी पैरवी करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे अरविंद केजरीवाल को एक गरीब क्लाइंट के हिसाब से ट्रीट करेंगे।
जन्मदिन पर किया धर्मेंद्र को किया था किस : अभिनेता धर्मेंद्र और राम जेठमलानी का एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस फोटो में राम जेठमलानी और धर्मेंद्र एक-दूसरे को लिप किस करते हुए नजर आ रहे थे। बताया गया था कि धर्मेंद्र जेठमलानी के जन्मदिन की पार्टी में पहुंचे थे, तब यह नजारा कैमरे में कैद हो गया था।
विभाजन का कारण जिन्ना नहीं थे : 2009 में मोहम्मद अली जिन्ना पर लिखी एक किताब के विमोचन पर जेठमलानी ने यह कहकर सबको चौंका दिया था कि भारत-पाकिस्तान के विभाजन का मुख्य कारण जिन्ना नहीं बल्कि हरिश्चन्द्र नाम का एक कंजूस था।
भगवान राम पर की थी टिप्पणी : जेठमलानी ने एक बार कहा था कि भगवान राम एक बहुत गैरजिम्मेदार पति थे। मैं उन्हें बिलकुल पसंद नहीं करता।