उल्लेखनीय है कि विज ने कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में इसकी खुराक ली थी। कोवैक्सिन कोविड-19 की संभावित वैक्सीन है, जिसका विकास भारत बायोटेक, भारतीय चिकित्सा शोध संस्थान (आईसीएमआर) के साथ मिलकर कर रही है।
भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि कोवैक्सिन का चिकित्सकीय परीक्षण दो खुराकों पर आधारित है, जो 28 दिनों के अंतराल पर दिए जाते हैं। वैक्सीन के असर का मूल्यांकन भी दूसरी खुराक दिए जाने के 14 दिनों बाद किया जा सकता है।
कोवैक्सिन पूरी तरह भारत में विकसित कोविड-19 वैक्सीन है, और तीसरे चरण के तहत 25 स्थानों में 26,000 लोगों पर इसका परीक्षण किया जा रहा है। कंपनी ने कहा कि उसका मकसद पूरे देश में कोवैक्सिन के असर का पता लगाना है। (भाषा)