नई दिल्ली। चक्रवात बुरेवी कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया और चार दिसंबर की सुबह तमिलनाडु तट को पार करेगा। आईएमडी ने पहले अनुमान व्यक्त किया था कि बुधवार रात को श्रीलंका तट को पार चुका बुरेवी चक्रवाती तूफान के रूप में तमिलनाडु के तट पर पहुंचेगा।
आईएमडी के चक्रवात चेतावनी संभाग ने कहा कि हवा की रफ्तार 55-65 किलोमीटर प्रति घंटा है जो 75 किलोमीटर प्रतिघंटे तक जा सकती है। शुक्रवार तक इसके और कमजोर होकर निम्न दबाव में बदलने की संभावना है। आईएमडी पहले ही तमिलनाडु और दक्षिण केरल के लिए रेड अलर्ट जारी कर चुका है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युजंय महापात्रा ने बताया कि दक्षिण तमिलनाडु में कम वर्षा हुई और इस मौसम प्रणाली से इस कमी के दूर होने में मदद मिलने की संभावना है।
तिरुवनंतपुरम से प्राप्त समाचार के अनुसार, केरल में चक्रवात बुरेवी की वजह से भारी वर्षा होने की आशंका के मद्देनजर राज्य हाईअलर्ट पर है,फलस्वरूप तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुक्रवार सुबह से आठ घंटे तक बंद रहेगा एवं 2000 से अधिक राहत शिविर खोले गए हैं।
तिरुवनंतपुरम में जिला प्रशासन ने 217 राहत शिविर खोले हैं तथा आपदा संभावित क्षेत्रों से 15,840 लोगों को इन शिविरों में पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने स्थिति की समीक्षा की और लोगों से खूब सावधानी बरतने का आह्वान किया।
आईएमडी ने अनुमान प्रकट किया है कि तूफान तिरुवनंतपुरम और कोल्लम जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों से गुजरेगा तथा विभिन्न विभागों एवं सेना के साथ सरकार ने आपातस्थिति के लिए कमर कर ली है।
जिलाधिकारी नवजोत खोसा ने बताया कि तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा चार दिसंबर को सुबह दस बजे से छह बजे तक बंद रहेगा।
विजयन ने बताया कि केरल के विभिन्न हिस्सों में जिलास्तर पर 2,891 राहत शिविर खोले गये हैं तथा समुचित संख्या में डॉक्टर एवं दवाइयां आकस्मिक स्थिति के लिए तैयार रखी गयी हैं।
आइएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा कि बुरेवी चार दिसंबर को केरल पहुंचेगा और उसने अगले 24 घंटे के लिए 20 सेंटीमीटर से अधिक की वर्षा को लेकर रेडअलर्ट जारी किया है।
उसका अनुमान है कि तीन से पांच दिसंबर तक तिरुवनंतपुरम, कोल्लाम, पठनमथिट्टा, कोट्टायम, अलप्पुझा, इडुकी और एर्नाकुलम जिलों में भारी वर्षा होगी। (भाषा)