दादा साहेब फाल्के का पूरा नाम धुंडीराज गोविन्द फाल्के था। वह भारतीय सिनेमा के निर्देशक, निर्माता और स्क्रीन राइटर थे। वर्ष 1912 में आयी उनकी पहली फिल्म राजा हरिशचंद्र भारतीय सिनेमा के इतिहास की पहली फिल्म मानी जाती है। उनकी फिल्मों में मोहिनी भस्मासुर, सत्यवान सावित्री, लंका दहन, श्रीकृष्ण जन्म, बुद्धदेव, सेतू बंधन और गंगावतारम शामिल है। उन्होंने अपने 19 वर्षों के फिल्मी सफर में 95 फिल्में बनाई।
भारतीय सिनेमा की आधारशिला रखने वाले और भारतीय सिनेमा को अपना अमूल्य योगदान देने वाले फाल्के के नाम पर सरकार ने वर्ष 1967 में देश का सबसे प्रतिष्ठित सिनेमा पुरस्कार शुरू किया। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रत्येक वर्ष भारतीय सिनेमा में अमूल्य योगदान देने के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है। (वार्ता)