उल्लेखनीय है कि उप्र सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में किसनों के 1 लाख रुपए तक के कर्जे को माफ करने का आदेश दिया गया है, जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी को खींचते हुए कहा है कि 'वादा पूर्ण कर्जमाफी का था किसी सीमा का नहीं। एक लाख की सीमा से करोड़ों की किसान ठगा सा महसूस कर रहे हैं ये गरीब किसानों के साथ धोखा है।
दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा है कि 'कर्जमाफी के जुमले की जो शंका थी, वहीं साबित हुई। प्रदेश में कृषी ऋष माफी भी जुमला निकली। बोले थे सीमांत एवं लघु किसानों का समस्त कर्ज माफ होगा। इसके बाद ट्विटर पर राजनीतिक संग्राम जारी है।