अधिकारियों ने कहा कि मुंडका, वजीरपुर और अलीपुर में वायु प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' है। सरकारी एजेंसियों ने अनुमान जताया है कि अगले 2 दिन में वायु गुणवत्ता और खराब होगी। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 366 रहा था जबकि उससे 1 दिन पहले यह 302 था।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली 'सफर' ने कहा है कि दिल्ली के पड़ोसी हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों में पराली जलाए जाने के मामलों में काफी वृद्धि होने की बात सामने आई है। गुरुवार को ऐसे 1,213 मामले सामने आए थे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा विकसित वायु गुणवत्ता सूचकांक निगरानी मोबाइल ऐप 'समीर' के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली के 10 निगरानी केंद्रों में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई है। (भाषा)