Protest by opposition leaders in Delhi : विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (INDIA) के घटक दलों के नेता मणिपुर के विषय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ सोमवार को संसद परिसर में धरने पर बैठ गए। 'इंडिया' के घटक दलों का कहना है कि उनके नेताओं का यह धरना पूरी रात चलेगा।
विपक्षी नेताओं का यह धरना सोमवार को दिन के समय शुरू हुआ। वरिष्ठ विपक्षी नेताओं ने बताया कि यह धरना पूरी रात जारी रहेगा और मंगलवार को भी होगा। संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन में हंगामा और आसन के निर्देशों का उल्लंघन करने को लेकर वर्तमान मानसून सत्र की शेष अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया। सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्न काल में सिंह को निलंबित करने की घोषणा की। इससे पहले आसन के समीप आए सिंह के नाम का सभापति ने उल्लेख किया।
उधर, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया के अन्य घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के पहले तीन दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई।
विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, पार्टियों ने अपने नेताओं के बारी-बारी से धरना स्थल पर मौजूद रहने का पूरा खाका तैयार किया है। यह तय किया गया कि कौन-कौन से नेता अलग-अलग समय पर धरने में शामिल होंगे। उनका कहना है, विपक्षी दलों में पूरी एकजुटता है। यह संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ है।
उनका कहना है, हम इस मांग को लेकर भी प्रदर्शन कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर के विषय पर संसद के भीतर बयान दें। इंडिया के घटक दलों की मांग है कि प्रधानमंत्री मणिपुर के विषय पर संसद के भीतर बयान देकर चर्चा की शुरुआत करें।
सूत्रों का कहना है कि गतिरोध खत्म करने के प्रयास के तहत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ ही द्रमुक नेता टीआर बालू और तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय से बात की तथा उन्हें इस बात से अवगत कराया कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। सूत्रों ने बताया कि विपक्ष का कोई नेता अपनी इस मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी को सदन में बयान देना चाहिए।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)