उल्लेखनीय है कि डॉ. हर्षवर्धन ने यह जिम्मेदारी ऐसे समय संभाली है, जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। साथ ही WHO पर भी इसको लेकर तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं। पूरी दुनिया में चीन की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
हर्षवर्धन ने जापान के डॉक्टर हिरोकी नाकातानी की जगह ली है, जो अभी तक यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पिछले साल दक्षिण पूर्व एशिया ग्रुप ने यह फैसला कर लिया था कि इस बार बोर्ड चेयरमैन भारत का होगा। यह पद हर साल बदलता रहता है। बोर्ड इसकी साल में दो बार बैठक होती है।