इस चन्द्रग्रहण को भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया, यूरोप के अधिकांश भाग, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी भाग, प्रशान्त महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर और अंटकार्टिका में देखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसी माह में दूसरा खण्डग्रास सूर्यग्रहण 21-22 अगस्त को अमावस्या के दिन लगेगा तथा यह भारत में दिखाई नहीं देगा। यह भारतीय समयानुसार नौ बजकर 16 मिनट से शुरू होकर रात को दो बजकर 34 मिनट तक चलेगा। यह पश्चिमी यूरोप, उत्तर पूर्वी एशिया, उत्तर पश्चिमी दक्षिणी अमेरिका तथा अटलांटिक तथा प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा। (वार्ता)