Farooq Abdullah's statement regarding terrorism in Jammu and Kashmir : नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अब भी जीवित है और सेना या पुलिस के इस्तेमाल से इसका खात्मा नहीं किया जा सकता। उन्होंने केंद्र से आतंकवाद के मूल कारण को समझने के उपाय तलाशने का अनुरोध किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आम लोगों को भी निरंतर रक्तपात से होने वाले नुकसान को समझना चाहिए क्योंकि आतंकवाद के चलते निर्दोष लोगों की जान जा रही है। यहां एक पुस्तक के विमोचन से संबंधित समारोह से इतर बात करते हुए अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने के भाजपा के दावे को लेकर इसकी आलोचना की।
अब्दुल्ला ने कहा, स्थिति सामान्य होने का ढोल पीटने या पर्यटकों के आगमन को शांति के रूप में प्रचारित करने से आतंकवाद समाप्त नहीं होगा, जो अब भी जीवित है। वे दावा कर रहे थे कि अनुच्छेद 370 (2019 में) के निरस्त होने के साथ आतंकवाद समाप्त हो गया है, लेकिन चार साल बाद, आतंकवाद अब भी है और तब तक खत्म नहीं होगा जब तक हम इसके मूल कारण को समझने की कोशिश नहीं करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हमें गहन विचार करके इसे खत्म करने के लिए मूल कारण का पता लगाना होगा।