उन्होंने कहा कि सबको उपचार की सुविधा देने के बाद यह दूसरा महत्त्वपूर्ण कदम है। जीवन भर एंटीरिट्रोवायरल उपचार (एआरटी) लेने वाले एचआईवी संक्रमितों पर उपचार कितना प्रभावी हो रहा है, यह जानने में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी।
मंत्री ने कहा कि एचआईवी संक्रमितों और एड्स पीड़ितों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए उनके प्रति हेय भावना को समाप्त किया जाना महत्त्वपूर्ण है। हेय भावना और भेदभाव में कमी लाने के लिए एचआईवी/एड्स अधिनियम पारित किया गया है। दुनिया के बहुत कम देशों में एचआईवी संक्रमितों के पास इस तरह के अधिकार हैं। इस मौके पर नड्डा ने एचआईवी-1 वायरल लोड प्रयोगशाला परीक्षण के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए।