ब्लूमबर्ग के 'बिलियनेयर इंडेक्स' के मुताबिक, भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडानी की संपत्ति 137.4 अरब डॉलर हो गई। हालांकि, बीते हफ्ते ही एक क्रेडिट रिसर्च ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि गौतम आडानी की कंपनियों पर बहुत ज्यादा कर्ज भी है।
कैसे पसर रहा अडानी का साम्राज्य?
कारोबारी जगत में कदम रखने के बाद से ही अडानी साम्राज्य लगातार फैलता जा रहा है। बता दें कि अडानी समूह ने साल 1980 के दशक में जिंस कारोबारी के रूप में काम शुरू किया और बाद में खान, बंदरगाह और बिजली संयंत्र, हवाईअड्डा, डेटा सेंटर तथा रक्षा जैसे क्षेत्रों में कदम रखा। हाल ही में समूह ने होल्सिम की भारतीय इकाइयों का 10.5 अरब डॉलर में अधिग्रहण कर सीमेंट क्षेत्र कदम रखा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज को टक्कर
ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में इस साल अडानी की दौलत में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। अडानी भारत के सबसे अमीर व्यापारी बन चुके हैं। अब वे मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को टक्कर दे रहे हैं। अडानी ने अपने पारंपरिक सेक्टरों से अलग हटाकर दूसरे सेक्टर्स में कदम रखा है। अडानी और अंबानी की टक्कर अब ग्रीन एनर्जी, ई-कॉमर्स से लेकर डेटा स्ट्रीमिंग और स्टोरेज तक में दिख सकती है।
अडानी ने बदला कारोबारी पैंतरा
दशकों से अडानी का कारोबार बंदरगाहों, कोयला खनन और शिपिंग जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित था। हालांकि, बीते कुछ सालों में नाटकीय बदलाव हुआ है। वह हर क्षेत्र में कदम रख रहे हैं। पेट्रोलियम से लेकर मीडिया तक वह हर सेक्टर में पांव फैला रहे हैं। ताजा बानगी एनडीटीवी है। उन्होंने 34 साल पुराने मीडिया संस्थान में करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली। पेट्रोलियम सेक्टर में भी वह मौके तलाश रहे हैं। मार्च में अडानी ग्रुप सऊदी अरब में संभावित पार्टनरों की खोज में था। ब्लूमबर्ग न्यूज के अनुसार, ग्रुप अरामको में खरीदारी की संभावना तलाश रहा था।