AI की रेस में अब गूगल ने भी एक कदम आगे बढ़ाया है। बहुत जल्द गूगल, गूगल वर्कस्पेस को AI से लैस करेगा, जिसकी मदद से यूजर्स Google Docs और Gmail पर किसी भी विषय पर कम समय में लिख या एडिट कर पाएंगे। वैसे तो यह OpenAI के ChatGPT से मिलता-जुलता है, परंतु इससे उन लाखों लोगों को लाभ मिलेगा, जो रोजाना गूगल वर्कस्पेस का इस्तेमाल करते हैं।
इस एड्वांसमेंट से गूगल प्लेटफॉर्मस जैसे Gmail, Docs, Sheets, Meet, Slides और Chat पर अब कोई भी व्यक्ति AI की मदद से कंटेंट जनरेट कर सकता है। इस नए फीचर की मदद से यूजर्स अब Gmail पर ड्राफ्ट, रिप्लाय और समराइज कर सकेंगे। इस नए फीचर से Google Docs पर ब्रेनस्ट्रॉम, प्रूफरीड, कंटेंट जनरेट और री-राइट भी कर सकेंगे।
इस फीचर के जरिए यूजर्स Slides पर ऑटो-जनरेटेड इमेज, ऑडियो और वीडियो को भी शामिल कर सकते हैं। यूजर्स Sheets में फॉर्मूला जनरेशन, प्रासंगिक वर्गीकरण यानी (contextual categorization) कर सकेंगे। इसका अलावा Meet में नए बैकग्राउंड्स और नोट्स भी जनरेट किए जा सकेंगे।
गूगल के ब्लॉग पोस्ट के द्वारा बताया गया है कि यूजर्स को सिर्फ विषय का नाम लिखना होगा बाकी सारा काम AI कर देगा। AI की मदद से लोगों को लिखने में एक स्टार्ट मिल सकेगी। यूजर्स ड्राफ्ट को एडिट एवं सजेशंस की मदद से और भी बेहतर बना सकेंगे। प्रोफेशनल ई-मेल से लेकर जॉब डिस्क्रिप्शन और वीडियो की स्क्रिप्ट तक तैयार की जा सकती है।
Rewrite फीचर की मदद से अपने लेख को एक सही टोन और स्टाइल दी जा सकती है। चाहे आपको कोई नई जॉब के लिए आवेदन देना हो या किसी मीटिंग में लिखे गए बूलेट पॉइंट्स को एक बेहतर समरी में तब्दील करना हो, चंद मिनटों में AI की मदद से ये सभी टास्क आसानी से किए जा सकेंगे। यह प्रोफेशनल्स के लिए काफी उपयोगी साबित होगा, क्योंकि इससे उनको समय की काफी बचत होगी।
हालांकि गूगल ने यह स्वीकारा है कि जनरेटिव AI इंसानों की समझ, रचनात्मकता और बौद्धिक क्षमता को रिप्लेस नहीं कर सकता। उनका कहना है कि कुछ परिस्थितियों में AI गलत भी हो सकता है या कभी लीक से हटकर जवाब देकर लोगों को आनंदित कर सकता है। कंपनी ने बताया कि यह फीचर अभी टेस्टिंग फेज में है और बहुत जल्द इसे सभी लोगों के लिए लॉन्च कर दिया जाएगा।