गुरमीत राम रहीम पर फैसला आज, कई स्थानों पर कर्फ्यू...

शुक्रवार, 25 अगस्त 2017 (07:39 IST)
चंडीगढ़। सीबीआई अदालत आज पंचकुला में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के एक मामले में फैसला सुनाने वाली है। इसके मद्देनजर हरियाणा, पंजाब और चंडीगड़ के बड़े हिस्से में डेरा समर्थकों पर पाबंदियां लगा दी गई हैं।
 
अधिकारियों ने कहा कि सिरसा में शांति बनाने रखने के लिए सेना बुला ली गई है। डेरा सच्चा सौदा सिरसा में ही स्थित है। अधिकारियों ने कहा कि अत्यंत संवेदनशील सिरसा नगर और तीन आसपास के गांवों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
 
इस बीच फैसले से पहले पंचकुला में हजारों डेरा समर्थक डेरा प्रमुख के दर्शन के लिए जमा हो गए हैं जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक कड़ी चुनौती उत्पन्न हो गई है। अनुमान है कि 1.5 लाख से अधिक डेरा सच्चा सौदा समर्थक डेरा प्रमुख के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पंचकुला के पार्कों, सड़कों पर एकत्रित हो गए हैं।
 
बड़ी संख्या में डेरा समर्थकों को एकत्रित होने से नहीं रोक पाने को लेकर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने मनोहर लाल खट्टर सरकार की खिंचाई की।
 
अदालत पंचकुला के एक निवासी की ओर से दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी। अदालत ने चेतावनी दी कि यदि उचित सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई तो वह हरियाणा के डीजीपी के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकती है।
 
अदालत ने केंद्र से कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल मुहैया कराने के लिए कहा।
 
पड़ोसी पंजाब राज्य में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्य के डीजीपी सुरेश अरोड़ा को इसके लिए अधिकृत किया कि कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए जरूरी होने पर कर्फ्यू लगाएं। पुलिस और प्रशासन को डर है कि इस मामले में अगर फैसला डेरा प्रमुख के खिलाफ आया तो कानून-व्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण हालात हो सकते हैं।
 
इसे देखते हुए पंजाब और हरियाणा के संवेदनशील इलाकों में 15000 अर्धसैनिक बलों समेत हजारों की संख्या में जवानों को तैनात किया गया है।
 
पंजाब और हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा के काफी अनुयायी हैं और इसे देखते हुए दोनों राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
 
अधिकारियों ने कहा कि दोनों राज्यों और उनकी संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर अगले 72 घंटे तक रोक रहेगी और सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
 
प्रशासनिक तंत्र के लिए हालांकि थोड़ी राहत की बात यह है कि राम रहीम सिंह ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होंगे। उन्होंने अपने अनुयायियों से भी शांति बनाये रखने की अपील की है।
 
50 वर्षीय डेरा प्रमुख ने ट्वीट किया, 'मैंने हमेशा ही कानून का सम्मान किया है। यद्यपि मेरी पीठ में दर्द है लेकिन मैं इसके बावजूद कानून का पालन करूंगा। मैं अदालत जाऊंगा। ईश्वर में मेरा पूरा विश्वास है। सबको शांति बनाये रखनी चाहिए।'
 
डेरा प्रमुख के खिलाफ सीबीआई ने 2002 में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश पर यौन उत्पीड़न का एक मामला दर्ज किया था। अदालत ने यह आदेश तब दिया था जब राम रहीम सिंह द्वारा दो साध्वियों के यौन उत्पीड़न के बारे में अज्ञात पत्र प्रसारित हुए थे।
 
उन्होंने कहा कि पुलिस सोशल मीडिया, खासकर वाट्सऐप समूहों, फेसबुक और ट्विटर पर कड़ी नजर रख रही है और लोगों से अफवाह नहीं फैलाने को कहा है।
 
पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित क्षेत्र के प्रशासक वी पी सिंह बदनोर की अध्यक्षता में हुई समन्वय समिति की बैठक में मोबाइल इंटरनेट सेवा को स्थगित रखने का फैसला किया गया।
 
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राम निवास ने कहा, 'मोबाइल इंटरनेट और डेटा सेवा पर पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित चंडीगढ़ में अगले 72 घंटों के लिए तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।'
 
निवास ने कहा कि रेल मंत्रालय से तत्काल चंडीगढ़ की तरफ आने वाली गाड़ियों को दो दिनों के लिए रोकने का अनुरोध किया गया है। इसी तरह चंडीगढ़ और पंचकुला आने वाली हरियाणा रोडवेज की बसों को पहले ही दो दिन के लिये रोका जा चुका है।
 
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के सेक्टर 9 में पंजाब और हरियाणा के लिए संयुक्त नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा, जहां दोनों राज्यों से एक-एक अफसर को बेहतर समन्वय के लिए तैनात किया जाएगा। सभी जिलों में धारा 144 लागू रहेगी।
 
उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों से डेरा समर्थकों को निकाला जा रहा है। वहीं हरियाणा सरकार ने पंचकुला के सेक्टर-3 में ताऊ देवी लाल स्टेडियम परिसर और सिरसा में दलबीर सिंह इनडोर स्टेडियम को विशेष जेल बनाया है। (भाषा) 

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