श्रीनगर। आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने अपने कमांडर जाकिर मूसा के उस बयान से किनारा कर लिया है, जिसने जम्मू कश्मीर में भूचाल ला दिया है। दूसरी ओर दक्षिण कश्मीर के त्राल में शनिवार को आतंकियों ने सेना के एक दल पर घात लगाकर हमला किया। लेकिन जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी कार्रवाई की। इस पर आतंकी जान बचाते हुए भाग निकले। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है।
बता दें कि शुक्रवार को ही हिजबुल कमांडर जाकिर मूसा का एक बयान आया था कि जिसमें उसने हुर्रियत नेताओं का सिर काटने की धमकी दी थी। इसके बाद आज आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने कहा है कि “यह जाकिर मूसा का निजी बयान है और हिजबुल मुजाहिद्दीन इसका समर्थन नहीं करता है।” हिजबुल मुजाहिद्दीन ने जाकिर मूसा के बयान को गलत बताया है।
जाकिर मूसा ने इस ऑडियो में हुर्रियत नेताओं को धमकाते हुए कहा था कि यदि इन नेताओं ने हमारे रास्ते की रुकावट बनने की कोशिश की तो वह इनकी गर्दन काटकर लाल चौक पर लटका देंगे। जाकिर मूसा के इस ऑडियो के वायरल होते ही कश्मीर की राजनीति में भूचाल आ गया। हुर्रियत नेताओं ने हालांकि इस बयान पर कोई टिप्पणी तो नहीं दी, लेकिन इसका असर उन पर साफ नजर आया। हिजबुल मुजाहिदीन का तुरंत यह बयान आना इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाता है।
इस बीच, दक्षिण कश्मीर के त्राल में शनिवार को आतंकियों ने सेना के एक दल पर घात लगाकर हमला किया, लेकिन जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी कार्रवाई की। इस पर आतंकी जान बचाते हुए भाग निकले। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है।