जावड़ेकर ने काउंसिल की बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि 'आईआईटी पाल' नामक ऐप को स्वयं पोर्टल से जोड़ दिया गया है और जेईई परीक्षा के लिए छात्रों को इसमें वीडियो, लेक्चर, ट्यूटोरियल्स आदि डाल दिए गए ताकि छात्रों को कोचिंग इंस्टीट्यूट का सहारा न लेना पड़े।
बैठक में यह भी फैसला हुआ कि आईआईटी एडवांस की परीक्षा प्रणाली में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। आईआईटी दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद और आईआईटी तिरुपति सभी आईआईटी के बुनियादी ढांचा परिसर के निर्माण का कार्य देखेंगे। इसके अलावा सभी आईआईटी में टेक फेस्ट होंगे जिनमें नए आविष्कारों और नवाचारों को प्रदर्शित किया जाएगा तथा उसमें कॉर्पोरेट जगत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाग लेंगे।
आईआईटी की एमटेक में खाली सीटों के बारे में फैसला सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा, क्योंकि एमटेक के छात्र इन प्रतिष्ठानों में नौकरी करने लगते हैं जिनसे सीटें खाली हो जाती हैं। बैठक में गैरशिक्षक कर्मचारियों के मामले को संचालन समिति खुद निपटाएगी लेकिन सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के तहत ही कोई फैसला लिया जाएगा। (वार्ता)