विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बीपी सेठी ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग ने इंगित किया है कि फानी के पुरी जिले के सतपाड़ा या चंद्रभागा और केंद्रपाड़ा के गुप्ती के बीच कहीं पर 3 मई को देर रात में टकराने की आशंका है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नौसेना की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार चक्रवात के तट से होते हुए ओड़िशा से गुजरने की संभावना है। चक्रवात के टकराने का स्थान बुधवार को स्पष्ट होगा।
इन 4 राज्यों पर होगा असर : आंध्रप्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में इस तूफान का सबसे ज्यादा असर हो सकता है। केंद्र सरकार ने इस आपदा निपटने के लिए इन 4 राज्यों के लिए कुल 1086 करोड़ रुपए का एडवांस फंड जारी कर दिया है।
11 जिलों से हटाई आचार संहिता : चुनाव आयोग ने तूफान प्रभावितों की मदद के लिए पुरी, कटक, बालासोर समेत 11 जिलों से आचार संहिता हटा ली गई है।
मौसम विभाग ने दी यह चेतावनी : आईएमडी ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि चक्रवात से तटीय इलाकों में भारी बर्बादी हो सकती है। तूफान की वजह से घरों के साथ-साथ अन्य बुनियादी सुविधाओं के भी नुकसान होने की आशंका है। घरों, संचार के साधन, बिजली नेटवर्क, रेल और सड़क को भी भारी नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा जहाजों और बड़ी नौकाओं के लंगर टूटने की आशंका भी जताई गई है। मछुआरों को बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के गहरे समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है।
मदद के लिए सेना और वायुसेना तैयार : प्रचंड चक्रवाती तूफान 'फानी' के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमें को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायुसेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना ने राहत एवं बचाव अभियानों के लिए जहाजों तथा हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है। आंध्रप्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना की टुकड़ियों को भी तैयार रखा गया है।