नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बिगड़ती सेहत के बीच उनकी रिहाई की मांग को लेकर मंगलवार को 'इंडिया' गठबंधन के नेता जंतर-मंतर पर एकत्र हुए और विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है और यह लंबे समय तक नहीं टिक पाएगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई 'इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) की रैली में मौजूद रहे।
विपक्षी दलों के नेताओं ने यहां ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के 'बेसमेंट' में पानी भरने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र और दो छात्राओं की मौत के लिए भी केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। रैली के दौरान 'भारतमाता की जय' और 'तानाशाही खत्म करो' के नारे लगाए गए।
केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने 'इंडिया' गठबंधन की रैली में कहा कि भाजपा की राजनीति नफरत फैलाने और दिल्ली के लोगों का काम रोकने की है तथा अरविंद केजरीवाल लोगों के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि मेरे पति के साथ कोई अनहोनी नहीं हुई। उनकी जान खतरे में है।
येचुरी ने दावा किया कि केजरीवाल को इसलिए गिरफ्तार किया गया ताकि उन्हें परेशान किया जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का नाम सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में इसलिए जोड़ा गया ताकि उन्हें जमानत न मिल सके। येचुरी ने कहा कि 400 पार (सीटों) से 240 पर आ गए, लेकिन उनका व्यवहार वही है। वे राजाओं की तरह व्यवहार करते हैं, ऐसा नहीं चल सकता। यह उत्पीड़न है ताकि केजरीवाल राजनीति छोड़ दें।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने दावा किया कि केंद्र की राजग सरकार टिकेगी नहीं। उन्होंने कहा कि उसके पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है। राउत ने कहा कि इस बार लोगों ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को हरा दिया है। जल्द ही यह सरकार चली जाएगी और 'इंडिया' गठबंधन की सरकार सत्ता में आएगी।
पवार ने दिल्ली के लोगों के लिए काम करने के लिए केजरीवाल की सराहना की और कहा कि यही कारण है कि उन्हें सलाखों के पीछे डाला गया। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि हम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ संघर्ष में आप और केजरीवाल को पूर्ण नैतिक समर्थन देने आए हैं। केजरीवाल की असंवैधानिक तरीके से गिरफ्तारी भाजपा की बुरी मंशा को दर्शाती है।
गोगोई ने भाजपा और उसके नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे विपक्ष को नहीं डरा सकते, चाहे वह आप हो, कांग्रेस हो या कोई और पार्टी हो। उन्होंने कहा कि इस रैली से उनका भ्रम टूट गया है। अगर 2024 में निष्पक्ष लोकसभा चुनाव हुए होते तो भाजपा विपक्ष में होती और हम सत्ता में होते। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी।
भाकपा (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के 3 वरिष्ठ नेताओं - केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को साजिश के तहत जेल में डाल दिया गया।
भट्टाचार्य ने रैली के दौरान आरोप लगायाकि दिल्ली में अराजकता के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है। इस अराजकता ने राजेंद्र नगर में यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थियों की जान ले ली। भाजपा ने तीन यूपीएससी अभ्यर्थियों की जान ले ली।
उन्होंने दावा कियाकि उन्होंने साजिश के तहत आम आदमी पार्टी को खत्म करने, दिल्ली सरकार को कमजोर करने की कोशिश की। निर्वाचित मुख्यमंत्री जेल में हैं। उमर खालिद और कई कार्यकर्ता दिल्ली दंगों के झूठे आरोपों में जेल में हैं। भीमा कोरेगांव फर्जी मामले में फादर स्टेन स्वामी जेल में थे और हिरासत में रहते हुए उनकी मौत भी हो गई। ए नेताओं, कार्यकर्ताओं के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश है।
भट्टाचार्य ने कहा कि छह महीने पहले जब अरविंद केजरीवाल हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था, तो हमें पता था कि यह एक साजिश है क्योंकि उस समय लोकसभा चुनाव था। भाकपा के महासचिव डी. राजा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की तत्काल रिहाई की मांग की और उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता भी जताई।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल, नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा इस्तेमाल की जा रही केंद्रीय एजेंसियों के पीड़ितों में से एक हैं। क्या हम ऐसा होने दे सकते हैं? देश में इस स्थिति को हम कब तक बर्दाश्त कर सकते हैं। केजरीवाल स्वस्थ नहीं हैं, उनकी तबीयत बिगड़ रही है। आप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने कहा कि हिरासत में केजरीवाल के रक्त में शर्करा का स्तर कम हो रहा है।
राय ने कहा कि केजरीवाल को निचली अदालत और उच्चतम न्यायालय से जमानत मिल गई थी, लेकिन उन्हें जेल में रखने की साजिश रची गई। भाजपा विपक्षी नेताओं को जेल में क्यों डालना चाहती है? यूपीएससी के तीन अभ्यर्थियों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है?
आप नेता ने कहा कि जब उपराज्यपाल से घटना के बारे में पूछा गया, तो वह चुप हो गए। केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करने वाली भाजपा ने दिल्ली सरकार की शक्तियां छीन लीं। वे अधिकार चाहते हैं, लेकिन जब जवाबदेही की बात होती है, तो वे भाग जाते हैं।
केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था और उन्हें उच्चतम न्यायालय से जमानत मिल गई है। हालांकि, वह फिलहाल सीबीआई से जुड़े एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं।(भाषा)