उन्होंने कहा कि ज्यादातर देशों का पूरे 1 साल के लिए भी इस स्तर का बजट नहीं है। अगले 5 वर्षों में इसके कई गुना तक बढ़ने की संभावना है। ऐसी स्थिति में आज हमारे पास अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करने, नीतियों का फायदा उठाने और देश को स्वदेशी जहाज निर्माण का हब बनाने की ओर बढ़ने की असीम संभावना है। रक्षामंत्री ने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि इन संभावनाओं पर विचार करते हुए सरकार ने विश्व स्तर पर पहचान बनाने के लिए पहले ही ऐसी नीतियां बनाई है, जो हमारे घरेलू उद्योग को मदद करती हैं, चाहे वह सार्वजनिक क्षेत्र हो या निजी क्षेत्र की संस्था हो।