हैदराबाद। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने सोमवार को कहा कि रुपए की मौजूदा स्थिति काफी ठीक-ठाक है और इसके अवमूल्यन के किसी भी प्रयास से मुद्रास्फीतिक दबाव बढ़ सकता है और इससे अवमूल्यन का जो भी लाभ होना होगा, वह गायब हो सकता है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग मानते हैं कि निर्यात बढ़ाने के लिए रुपए का अवमूल्यन होना चाहिए। अवमूल्यन के कड़ाई के साथ कई तरीके होते हैं, लेकिन इनमें से बहुत से तरीकों के लिए वित्तीय प्रणाली में उल्लेखनीय कार्रवाई की जरूरत है जिनका इस्तेमाल हमारे पड़ोसी देशों ने लंबे समय तक किया है।