India Wagner Group: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरह भारत में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुश्किल बढ़ा सकता है भारत का 'वैगनर ग्रुप'। भारत का यह ग्रुप हथियारबंद न होकर 'अहिंसक' है। दरअसल, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में संयुक्त विपक्ष को 'वैगनर ग्रुप' बताया गया है, जिसकी हाल ही में पटना में बैठक हुई थी।
'सामना' के संपादकीय में सवाल उठाया कि आज राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के देश में क्या हो रहा है? पुतिन द्वारा अपनी सुविधा के लिए तैयार निजी सेना ने उनके खिलाफ ही बगावत का एलान कर दिया। पुतिन पर निशाना साधते हुए मुखपत्र में कहा गया कि रूस में विगत कई सालों में हुए चुनाव महज एक छलावा हैं। रूसी राष्ट्रपति के लोग गड़बड़ी करके चुनाव जीतते रहे। इसी के चलते उन्होंने संसद पर कब्जा जमाया हुआ है।
संपादकीय में आगे कहा गया है कि भारत में यही चल रहा है, लोगों के मन में क्रांति की भावना बन रही है। कल कल यही लोग मोदी-शाह के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे। राष्ट्रपति पुतिन हों या फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उन्हें बगावत का सामना करना ही पड़ता है। परोक्ष रूप से मोदी पर निशाना साधते हुए संपादकीय में कहा गया कि फोटो या लोकप्रियता के आड़े आनेवाले अपने ही नेताओं और मंत्रियों दूर धकेल दिया जाता है, यह मोदी ने कई बार दिखा दिया है।
संपादकीय में लिखा गया कि यह मान भी लिया जाए कि पटना में विपक्षी दल के नेता फोटो खिंचवाने के लिए इकट्ठा हुए थे तो भी इसमें डरने जैसी क्या बात है। अखबार ने कहा- फोटो सेशन ने ही भाजपा की 100 सीटें कम कर दी हैं। जो नड्डा 400 लोकसभा सीटों की बातें करते थे, वहीं अब अमित शाह 300 सीटें जीतने की बात कह रहे हैं। यही विपक्षी एकता की ताकत है।