उल्लेखनीय है कि इस साल मई में मौजूदा सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के मद्देनजर 1 फरवरी को पूर्ण बजट पेश नहीं किया जाएगा। पारंपरिक तौर पर अंतरिम में सिर्फ लेखानुदान मांगें ही होती हैं। हालांकि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस बार अंतरिम बजट में लेखानुदान मांगों से अधिक होने की बात कहकर लोकलुभावन घोषणाओं के भी संकेत दिए हैं।
नॉर्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में आज हलवे की रस्म हुई। स्वास्थ्य कारणों से इलाज के लिए अमेरिका गए जेटली इस मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन दोनों वित्त राज्यमंत्री (शिवप्रसाद शुक्ला और पी. राधाकृष्णन) ने फीता काटकर रस्म की शुरुआत की तथा मंत्रालय के कर्मचारियों में हलवा बांटा।