कुमार ने कहा कि इस साल हम आवंटन का पूरा इस्तेमाल करने की उम्मीद करते हैं और 6,000 से 7,000 करोड़ रुपए के बीच की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सात आईआरएनएसएस उपगहों में से चार पहले ही प्रक्षेपित किए जा चुके हैं और बाकी चालू वर्ष में प्रक्षेपित कर दिए जाएंगे।
इसरो प्रमुख ने साथ ही कहा कि चंद्रयान-2 की प्रगति संतोषजनक है और 2018 में इसके प्रक्षेपण की उम्मीद है। ग्रह संबंधी अगले मिशन को लेकर उन्होंने कहा कि चाहे वह मंगल या शुक्र मिशन हो, फैसला अंतरिक्ष सलाहकार समिति करेगी। (भाषा)