अंतरिक्ष एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा है, उपग्रह को एक अप्रैल को तीसरी और अंतिम बार इंजन की मदद से अपने अंतिम लक्ष्य पर पहुंचना था और फिर कक्षा में चक्कर लगाना था। लेकिन उससे हमारा संपर्क टूट गया। इसरो का कहना है कि उपग्रह के साथ संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।