उन्होंने कहा कि इन मिशनों के बाद जनवरी में इसरो चंद्रयान-द्वितीय मिशन शुरू करेगा जो जीएसएलवी-एमके3 यान का पहला परिचालन मिशन होगा। जीएसएलवी-एमकेआई3-डी 2 यान के सफल प्रक्षेपण के बाद उन्होंने कहा, हमें जनवरी से पहले 10 मिशन पूरे करने हैं। इस यान के जरिए बुधवार को संचार उपग्रह जीसैट-29 का सफल प्रक्षेपण किया गया।
उन्होंने कहा, इन मिशनों में छह उपग्रह मिशन हैं जबकि चार प्रक्षेपण यान मिशन हैं। निश्चित तौर पर हमारे सामने बहुत बड़ा कार्य है। उनके अनुसार बुधवार के प्रक्षेपण के बाद भारत के सबसे भारी लांचर ने अपनी विकास उड़ानें पूरी कर ली हैं और वह इसरो के लांचरों के परिचालन समूह में शामिल हो रहा है।