राज्यसभा में भाजपा के सदस्य कैलाश सोनी ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने हाल ही में 14, 18 और 22 कैरेट के सोने से बने आभूषणों की ही बाजार में बिक्री को अनुमति देने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि इन तीनों श्रेणियों का सोना कठोर होने के कारण इससे सिर्फ मशीनों द्वारा ही आभूषण बनाए जा सकते हैं।
सोनी ने कहा कि मंत्रालय को गुणवत्ता एवं नियंत्रण विभाग के उक्त आदेश में संशोधन कर 20 कैरेट के सोने की श्रेणी को भी शामिल करना चाहिए। उन्होंने दलील दी कि इससे न सिर्फ लाखों कामगारों की आजीविका को सुरक्षित किया जा सकेगा बल्कि पूरे देश में प्रचलित इस प्राचीन पुश्तैनी कला को भी खत्म होने से बचाया जा सकेगा।