गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि बल की मशीनीकृत टुकड़ी में 250 स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी), ऑल-टेरेन व्हीकल (एटीवी), स्नो स्कूटर, एक्सकेवेटर और मध्यम स्तर के कुछ अन्य चारपहिया वाहन शामिल होंगे।
अधिकारी ने बताया कि थलसेना में मशीनीकृत इंफैंट्री है। लेकिन सीमा की रक्षा में तैनात इस बल में मशीनीकृत टुकड़ी जरूरी थी, क्योंकि शांति के समय यही बल सीमा की रक्षा करता है और किसी युद्ध या संघर्ष की स्थिति में पहला हमला इसे ही झेलना पड़ता है।
अधिकारी ने बताया कि कुछ समय पहले आईटीबीपी मुख्यालय ने बल के तहत एक पूर्णकालिक मशीनीकृत टुकड़ी बनाने का प्रस्ताव पेश किया था। बल के महानिदेशक आरके पचनंदा ने इस बाबत मंत्रालय को खासतौर पर प्रस्तुति भी दी थी। आईटीबीपी में कुल 90,000 जवान हैं। (भाषा)