गणतंत्र दिवस पर वीरता सम्मान, अगले दिन शहीद

इसे नियति का क्रूर मजाक ही कहेंगे कि
गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिस सैन्य अधिकारी को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वह अगले ही दिन यानी 27 दिसंबर को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गया। 
 
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में त्राल के मिंडोरा में मंगलवार को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में घायल हुए भारतीय सेना के कर्नल एमएन राय शहीद हो गए। कर्नल राय 9, गोरखा राइफल्स से थे और 42, आरआर के कमांडिंग अफसर थे। उन्हें 26 जनवरी, 2015 को ही युद्ध सेवा मेडल (वाईएसएम) से सम्मानित किया गया था।
 
सेना ने कश्मीर वादी के पुलवामा इलाके में दो आतंकियों को भी मार गिराया है। मुठभेड़ के दौरान जख्मी हुए सेना के एक कर्नल रैंक के अधिकारी तथा एक पुलिस कांस्टबेल की बाद में मौत हो गई। तीन सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए हैं। दो की स्थिति नाजुक बताई जाती है। इतना जरूर था कि राज्य में कल यानी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐसा पहली बार हुआ था कि राज्य में आतंकी धमकी और खतरे से निपटने की खातिर मोबाइल तथा इंटरनेट नेटवर्क को ब्लाक नहीं किया गया था।
 
गणतंत्र दिवस के एक दिन बाद कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में कश्मीर के पुलवामा में सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया है। सेना को इलाके दो आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलवामा के हंदोड़ा में सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया। दोनों आतंकी लश्कर से जुड़े बताए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि दोनों आतंकी पुलवामा के स्थानीय निवासी बताए जा रहे हैं। मारे गए आतंकवादियों की पहचान मिंडोरा के रहने वाले आदिल खान और शिराज डार के रूप में हुई है। वे हिज्बुल मुजाहिद्दीन संगठन से जुड़े हुए थे। मुठभेड़ के स्थान से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।
 

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