उल्लेखनीय है कि संघ और विश्व हिंदू परिषद की तालिबान से तुलना करने के बाद, जावेद अख्तर को सामना की आलोचना झेलनी पड़ी थी। उन्होंने कहा था कि बेशक, तालिबान बर्बर है और उनकी हरकतें निंदनीय हैं, लेकिन आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन करने वाले भी वही हैं।