कल्पित उदयपुर में एसडीएस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ता है, उन्होंने पूरे साल एक भी क्लास मिस नहीं किया। उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, हर कोई सलाह देता था कि उन्हें कोचिंग के लिए कोटा या हैदराबाद जाना चाहिए, लेकिन मैं पढ़ाई को लेकर कोई बर्डन नहीं लेना चाहता था। मैंने जो कुछ सीखा उससे इंनज्वॉय करना चाहता था। इसलिए मैंने उदयपुर में ही रहने का फैसला किया और यहीं के कोचिंग सेंटर को ज्वाइंन किया।
17 साल के कल्पित वीरवल अपनी तैयारी को लेकर पूरी तरह कॉन्फिडेंट था लेकिन उन्हें इस स्कोर की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा, मैं जानता था मैं प्रथम स्थान पा सकता हूं लेकिन सोचा नहीं था 100% नंबर प्राप्त करूंगा।
कल्पित के पिता पुष्पेंद्र वीरवल एमबी अस्पताल में कंपाउंडर है जबकि उनकी मां पुष्पा सरकारी स्कूल में टीचर हैं। कल्पित ने कहा, मेरे माता-पिता मेरे हेल्थ का पूरा ध्यान रखते थे जिससे मुझे कभी खांसी भी नहीं हुई। मैं स्कूल और कोचिंग क्लास के अलावा अपने घर पर रोज 5 से 6 घंटे की पढ़ाई करता था।
उनके स्कूल के डायरेक्टर ने कहा, कल्पित बहुत ही ब्राइट छात्र रहा है, वह स्कूल में एक्सक्ट्रा एक्टिविटिज में भी हिस्सा लेता था, वह पिछले साल नीति आयोग द्वारा नेशनल लेवल प्रतियोगिता अटल टिंकरिंग लैब्स का प्रतिनिधित्व कर चुका है।