उन्होंने कहा, 'मुझे कर्नाटक से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में शिकायतें मिल रही हैं लेकिन हमारे एक सांसद ने किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की मदद से अपने निर्वाचन क्षेत्र में बढ़िया काम किया है।'
मोदी ने कहा, 'कर्नाटक सरकार उदासीन है। उसे उन लाभों की परवाह नहीं है जो एक किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से हासिल कर सकता है। सूखे के दौरान अगर राज्य सरकार सक्रिय होती तो इससे किसानों को फायदा होता लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।'
उन्होंने कहा कि हमें किसानों को आश्वस्त करना होगा और हमें उन्हें विश्वास दिलाना होगा कि यह ऐसा समय है जब ऐसी सरकार होनी चाहिए जो किसानों के प्रति संवेदनशील हों, जो उनकी समस्याओं को समझे ... किसानों का कल्याण उसकी प्रमुख जिम्मेदारी हो।
मीडिया द्वारा साल 2018-19 के बजट को किसानों का बजट और ग्रामीण भारत का बजट बताए जाने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'कृषि और किसानों का कल्याण हमेशा हमारी विरासत रही है। यह हमारा स्वभाव रहा है, यह हमारे सोचने का तरीका रहा है।' (भाषा)